Leopard made a fatal attack on a 12 year old child, friends saved his life.
उत्तराखंड के देहरादून में 12 वर्षीय बच्चे पर तेंदुए ने जानलेवा हमला कर दिया. इससे पहले की तेंदुआ उसे ले जाता, बच्चे के दोस्तों ने अपनी जान जोखिम में डालकर उसे छुड़ा लिया. बुरी तरह घायल बच्चे का दून अस्पताल में इलाज चल रहा है.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, घटना रविवार शाम करीब सवा छह बजे राजपुर थाना क्षेत्र में कैनाल रोड स्थित सुंधोवाली में घटी. 12 साल का निखिल थापा अपने चार-पांच दोस्तों के साथ रिस्पना नदी के किनारे स्थित जंगल से लकड़ियां लेकर लौट रहा था. इसी दौरान निखिल पर तेंदुए ने हमला कर दिया. गुलदार ने उसका सिर पकड़ा और खींचकर ले जाने लगा. निखिल की चीख सुनकर उसके दोस्त भागे नहीं. बल्कि, उन्होंने तुरंत निखिल के पैरों को पकड़ लिया और शोर मचा दिया.
इस पर तेंदुआ निखिल को छोड़कर भाग गया. उधर, हल्ला सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने घायल निखिल को उठाया और पुलिस को सूचना दी. चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और 108 एंबुलेंस से निखिल को दून अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों के मुताबिक, निखिल के सिर पर बड़ा और गहरा घाव है, उसका उपचार चल रहा है.
इस घटना के बाद से कैनाल रोड क्षेत्र से सटे इलाकों में दहशत का माहौल है. पुलिस और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए की तलाश शुरू कर दी है. बता दें कि करीब 20 दिन पहले ही राजपुर क्षेत्र से ही एक बच्चे को तेंदुआ आंगन से उठाकर ले गया था.
वहीं, अब घटना सामने आने के बाद देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने इलाके में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही पुलिस लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर आसपास रहने वाले लोगों को सावधान कर रही है.