कई बार शासन-प्रशासन तक गुहार लगा चुके ग्रामीण अब लोकसभा निर्वाचन का बहिष्कार करने के लिए बाध्य है।
रिपोर्ट -सोनू उनियाल
चमोली। जोशीमठ प्रखंड का दूरस्थ गांव डुमक सड़क को लेकर पिछले कई वर्षों से संघर्षरत है। अनेक बार शासन-प्रशासन तक गुहार लगा चुके ग्रामीण अब लोकसभा निर्वाचन का बहिष्कार करने के लिए बाध्य है। कल सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों के चुनाव बहिष्कार के संदर्भ में उपजिलाधिकारी जोशीमठ, कार्यदायी विभाग पीएमजीएसवाई के अधिकारी और ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई जो विफल रही जिसके बाद अब ग्रामीणों ने बैठक कर घर-घर संपर्क कर चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है।
रोड नहीं तो वोट नहीं का संकल्प
विकास संघर्ष समिति डुमक के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने प्रेस बयान जारी कर रोड नहीं तो वोट नहीं का संकल्प पूरे गांव तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। वही एसडीएम चंद्रशेखर वशिष्ठ का कहना है कि प्रशासन की टीम कल वार्ता के लिए डुमक कालकोठ गए थे,ग्रामीणों के चुनाव बहिष्कार के संबंध में वार्ता के लिए गए थे। ग्रामीणों का कहना है कि सालो से सड़क निर्माण कार्य रुका हुआ है।
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ग्रामीणों के साथ वार्ता कर संबंधित विभाग को तुरन्त मशीन पंहुचा कर सड़क मार्ग को ठीक करने को कहा गया है। जल्द से जल्द का कार्य करने को कहा गया है। फिलहाल डूमक से कल्कोठ तक सड़क निर्माण को पीएमजेएसवाई को कहा गया है, बाकी ग्रामीणों का कहना है कि ज्यों ही सड़क निर्माण शुरू होगा हम चुनाव बहिष्कार नही करेंगे।