A country in the world where no one looks sad, expert told the secret, a thing of use to everyone
फिनलैंड मनोवैज्ञानिक फ्रैंक मार्टेला हमें बताते हैं कि कैसे फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश बन गया और यहां के लोग कभी निराश क्यों नहीं होते। उन्होंने कहा: “यह कहना अधिक सही है कि फिनलैंड दुनिया का सबसे दुखी आबादी वाला देश है।”
न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, मार्टेला ने कहा, “इसके तीन महत्वपूर्ण कारण हैं जिन्हें यहां के लोग अपने दैनिक जीवन में अपनाते हैं।” यह एकजुटता की भावना भी पैदा करता है जो बुरी परिस्थितियों से लड़ने की ताकत देता है।
जीवन का पहला नियम समाज है। मार्टेला ने कहा कि फिन्स अपने आसपास के लोगों की परवाह करते हैं। वह लगातार ऐसे काम करने की कोशिश करते हैं जिससे उनके चेहरे पर खुशी झलके। आइए उन्हें हंसाएं. आइए उनकी मदद करें. यदि आप किसी विकट परिस्थिति में किसी की मदद करते हैं तो वह व्यक्ति सदैव आपका आभारी रहेगा।
फिनलैंड पर हुई कई रिसर्च में इसकी पुष्टि हुई है कि अगर आप परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों के साथ समय बिताते हैं, तो आपका जीवन भी काफी सुखमय हो सकता है. क्योंकि आप अपनी परेशानियों को उनके साथ शेयर कर सकते हैं. उनकी खुशियां बांट सकते हैं. जिससे आपके चेहरे पर भी मुस्कान आएगी. चिंता, डिप्रेशन खत्म हो जाएगा.
यहां के लोग उन चीजों की एक सूची बनाते हैं, जो उन्हें खुशी देती हैं. और ये लोग वही काम करने को प्राथमिकता देते हैं. वर्षों पुराना ये पैटर्न चला आ रहा है. इसमें अन्य लोगों के लिए अच्छे कार्य करना प्राथमिकता है. दूसरा, यहां के सरकारी संस्थान हमेशा मदद के लिए तैयार रहते हैं. वे कभी दुखी नहीं रखते. हर पल आपकी समस्याओं के समाधान की कोशिश करते हैं.
मार्टेला ने तीसरी चीज के बारे में बताया, जो सबके लिए जरूरी है. आपका देश कैसे चल रहा है, इसका आपकी खुशी पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है. देश में अगर अराजकता आ अशांति है तो आपके चेहरे पर निराशा के भाव आएंगे. चाहे अराजकता सामाजिक हो या फिर राजनीतिक, या आर्थिक. इसलिए देश में शांति बनी रहनी चाहिए. यह भी खुशी का पैमाना है.
नलैंड में सरकारी हेल्थकेयर सिस्टम है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट काफी विश्वसनीय और सस्ता है. यहां ज्यादा कमाने वालों और कम कमाने वालों के बीच बहुत अंतर नहीं है. लोगों को फैसले लेने की आजादी है और सबसे कम भ्रष्टाचार है. यही यहां के लोगों के चेहरे पर खुशियां बिखेरती रहती है.