Lok Sabha Elections 2024: उत्तराखंड में चुनावी माहौल बना हुआ है और लगातार सभी राजनीति पार्टियों के बड़े नेताओं का दौरा प्रदेश में जारी है। शनिवार को उत्तराखंड की रणभूमि पर राजनीति के तीन बड़े चेहरों ने चुनाव प्रचार को धार देने का काम किया।
रामनगर और रुडकी में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, हल्द्वानी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रुडकी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनावी हुंकार भरी और अपने अपने प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगे। हल्द्वानी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना सादा । योगी ने कहा कि कांग्रेस के समय जातिवाद की राजनीति होती थी, अराजकता का राज होता था, तुष्टिकरण की राजनीति होती थी। आज जो परिवर्तन देखने को मिला है वो आपके वोट ने किया है। आज मोदी के नेतृत्व में एक भारत श्रेष्ठ भारत के दर्शन हो रहे हैं।
सीएम योगी ने विपक्ष पर जमकर साधा निशाना
योगी ने कहा कि अयोध्या का विवाद कांग्रेस ने खड़ा किया था। कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट देकर कहा था कि राम और कृष्ण तो हुए ही नहीं। हमने राम और कृष्ण की विरासत को स्वीकार किया और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया। उत्तराखंड में केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम को नई पहचान के साथ प्रस्तुत किया। यूपी में पहले बमबाजी होती थी। अब हर हर बम बम के उद्घोष के साथ कावड़ यात्रा निकलती है। यूपी में अपराधियों को गलतफहमी होती है कि यूपी में अपराध करके उत्तराखंड भाग जायेंगे। मैं उन्हें इस लायक छोडूंगा ही नहीं कि वो देवभूमि को अपवित्र कर सकें।
मोदी सरकार पर गरजी प्रियंका गांधी
वहीं रामनगर और रुडकी में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनावी जनसभा की। पांच सालों में आपको एक बार मौका मिलता है कि अपना भविष्य बदल सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी के करनी और कटनी में फर्क की बात कहते हुए प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि झूठो की सरकार है घोटालो की सरकार है देश की जनता को जागना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाना चाहिए। प्रियंका गांधी ने अग्निवीर योजना को देश की सेवा के लिए तैयारी करने वाले युवाओं के साथ सबसे बड़ा धोखा बताया। उन्होंने कहा कि एक तरफ पेपर लीक जैसी घटनाओं ने युवाओं का मनोबल तोड़ा है तो वहीं बढ़ती बेरोजगारी ने प्रदेश के युवाओं को पलायन के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि जहां उत्तराखंड में अंकिता भंडारी के आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है। वहीं उन्नाव में एक लड़की को भी सड़क पर जिंदा जला दिया जाता है। इस दौरान प्रधानमंत्री का मुंह नहीं खुलता।